ज़िन्दगी की किताब मे कुछ पन्ने
हर इंसान को अपनी ज़िन्दगी की
किताब मे कुछ पन्ने खुद से लिखना चाहिए
अक्सर दूसरो की खाली जगह देख कर
या तो लोग उसे अपनी जागीर समझते है
या फिर
आपकी किताब मे
आपके ही किरदार को
अपनी तरह से प्रस्तुत करते है
किताब मे कुछ पन्ने खुद से लिखना चाहिए
अक्सर दूसरो की खाली जगह देख कर
या तो लोग उसे अपनी जागीर समझते है
या फिर
आपकी किताब मे
आपके ही किरदार को
अपनी तरह से प्रस्तुत करते है
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